• इसे तुम कविता नहीं कह सकते

  • By: Lokesh Gulyani
  • Podcast

इसे तुम कविता नहीं कह सकते

By: Lokesh Gulyani
  • Summary

  • Spoken word poetry in Hindi by Lokesh Gulyani
    Copyright Lokesh Gulyani
    Show more Show less
Episodes
  • Episode 6 - One Night Stand
    Sep 17 2024
    परिचित गंध को अपरिचित शरीर में ढूंढने की जद्दोजहद
    Show more Show less
    3 mins
  • Episode 5 - भूखे आदमी की फ़िक्र
    Sep 11 2024
    मेरे लिए कभी किसी का पानी आंखों से उतर कर मट्टी में नहीं समाया। अगर समाया होता तो मैं उसे ढूंढ लेता हर उस कण में जहां उसके मिलने की उम्मीद होती और उसे बाहर खींचने में त्याग देता अपनी भी आंख का खारा पानी।
    Show more Show less
    3 mins
  • Episode 4 - इस ख़्याल को रुक जाना चाहिए
    Sep 10 2024
    कुछ लोग ख्यालों को दबाना सीख चुके हैं, वे लोग उदास हैं। कुछ ने अभी नहीं सीखा है, वे जल्दी में हैं, उन्हें उनके ख्याल से भी पहले कहीं पहुंचना है।
    Show more Show less
    3 mins

What listeners say about इसे तुम कविता नहीं कह सकते

Average customer ratings

Reviews - Please select the tabs below to change the source of reviews.