Shri Bhagavad Gita Chapter 11 | श्री भगवद गीता अध्याय 11 Podcast By Yatrigan kripya dhyan de! cover art

Shri Bhagavad Gita Chapter 11 | श्री भगवद गीता अध्याय 11

Shri Bhagavad Gita Chapter 11 | श्री भगवद गीता अध्याय 11

By: Yatrigan kripya dhyan de!
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About this listen

In this chapter, he requests the Lord to show him His viśhwarūp, or the infinite cosmic form. Shree Krishna grants Arjun divine vision to see His infinite-form that comprises all the universes. Arjun sees the entire creation in the body of the God of gods with unlimited arms, faces, and stomachs. It has no beginning or end and extends immeasurably in all directions. His radiance is similar to a thousand suns blazing together in the sky. The sight dazzles Arjun, and his hair stands on end. He witnesses the three worlds trembling with fear of God’s laws and the celestial gods taking His shelter.Yatrigan kripya dhyan de! Hinduism Spirituality
Episodes
  • "श्री भगवद गीता | अनन्य भक्ति से ही भगवान की प्राप्ति | अध्याय 11 श्लोक 55 | Bhagavad Gita Chapter 11 Verse 55"
    May 16 2025

    📜 Description:

    "॥ श्री भगवद गीता - अध्याय 11, श्लोक 55 ॥"

    🔹 संस्कृत श्लोक:
    श्रीभगवानुवाच |
    "मत्कर्मकृन्मत्परमो मद्भक्त: सङ्गवर्जित: |
    निर्वैर: सर्वभूतेषु य: स मामेति पाण्डव || 55||"

    🔹 श्लोक अर्थ:
    भगवान श्रीकृष्ण ने कहा:
    "हे पाण्डव! जो व्यक्ति मेरे लिए कार्य करता है, मुझे ही परम मानता है, मेरा भक्त है, सब प्रकार के आसक्तियों से मुक्त है और सभी प्राणियों से द्वेष रहित है, वही मुझे प्राप्त करता है।"

    🔹 व्याख्या:

    • इस श्लोक में श्रीकृष्ण भक्ति योग के मार्ग को स्पष्ट करते हैं।
    • भगवान कहते हैं कि जो व्यक्ति भगवान के लिए कार्य करता है, केवल उन्हें ही अपना परम उद्देश्य मानता है और निष्काम भक्ति करता है, वही उन्हें प्राप्त करता है।
    • सच्चा भक्त किसी से द्वेष नहीं करता और सभी से प्रेमपूर्ण व्यवहार करता है।
    • ऐसा व्यक्ति सांसारिक मोह-माया से ऊपर उठकर केवल ईश्वर की सेवा में तत्पर रहता है।

    📌 महत्वपूर्ण संदेश:
    केवल भक्ति से ही ईश्वर की प्राप्ति संभव है।
    स्वार्थहीन प्रेम और सेवा ही भक्ति का मूल है।
    सभी प्राणियों से प्रेम और किसी से भी द्वेष न रखना भक्त के लिए अनिवार्य है।
    भगवान को पाने के लिए मन, वचन और कर्म से उन्हें समर्पित रहना आवश्यक है।

    🌿 "सच्ची भक्ति में निहित प्रेम और समर्पण ही हमें भगवान के समीप ले जाता है!"

    📿 "हरे कृष्ण हरे राम" का जप करें और अपने मन को शुद्ध करें।

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    🌸 "ॐ नमो भगवते वासुदेवाय।"

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    1 min
  • "श्री भगवद गीता | भक्ति से ही भगवान का साक्षात्कार संभव | अध्याय 11 श्लोक 53 | Bhagavad Gita Chapter 11 Verse 53"
    May 15 2025
    📜 Description:"॥ श्री भगवद गीता - अध्याय 11, श्लोक 53 ॥"🔹 संस्कृत श्लोक:श्रीभगवानुवाच |"नाहं वेदैर्न तपसा न दानेन न चेज्यया |शक्य एवंविधो द्रष्टुं दृष्टवानसि मां यथा || 53||"🔹 श्लोक अर्थ:भगवान श्रीकृष्ण ने कहा:"हे अर्जुन! न वेदों के अध्ययन से, न कठोर तप से, न दान से और न ही यज्ञों से, इस प्रकार मेरा दर्शन किया जा सकता है, जैसा तुमने मुझे देखा है।"🔹 व्याख्या:इस श्लोक में श्रीकृष्ण बताते हैं कि ईश्वर के दिव्य दर्शन केवल बाह्य आडंबरों से संभव नहीं होते।न ही वेदों का अध्ययन, न कठोर तपस्या, न दान, और न यज्ञ—इनमें से कोई भी प्रत्यक्ष रूप से भगवान के साक्षात्कार की गारंटी नहीं देता।भगवान को जानने और देखने का सबसे प्रभावी मार्ग भक्ति है।अर्जुन ने श्रीकृष्ण के विराट रूप का साक्षात्कार केवल इसलिए किया क्योंकि वह भगवान का प्रिय भक्त था और पूर्ण समर्पण भाव रखता था।यह श्लोक हमें सिखाता है कि ईश्वर को प्राप्त करने के लिए केवल बाह्य अनुष्ठान पर्याप्त नहीं, बल्कि सच्चे हृदय से समर्पण और भक्ति आवश्यक है।📌 महत्वपूर्ण संदेश:✅ शास्त्रों, यज्ञों, और दानों से भी भगवान के दर्शन की गारंटी नहीं है।✅ सच्ची भक्ति और समर्पण ही भगवान तक पहुंचने का सर्वोत्तम मार्ग है।✅ केवल ज्ञान अर्जन से नहीं, बल्कि प्रेमपूर्वक भक्ति करने से भगवान कृपा करते हैं।✅ श्रीकृष्ण की भक्ति ही मोक्ष प्राप्ति का श्रेष्ठ मार्ग है।🌿 "ईश्वर का साक्षात्कार भक्ति के माध्यम से ही संभव है, न कि केवल बाहरी अनुष्ठानों से!"📿 "हरे कृष्ण हरे राम" का जप करें और अपने मन को शुद्ध करें।🔔 चैनल को सब्सक्राइब करें और बेल आइकन दबाएं ताकि आपको और भी आध्यात्मिक वीडियो मिलते रहें।🌸 "ॐ नमो भगवते वासुदेवाय।"#ShriBhagavadGita #BhagavadGita #GitaShlok #ShriKrishna #KrishnaBhakti #Spirituality #BhagavadGitaQuotes #HinduScriptures #GitaSaar #VishwaroopDarshan #Mahabharata #KrishnaConsciousness #Hinduism #सनातनधर्म #श्रीभगवद्गीता #गीता_सार #भगवान_श्रीकृष्ण #भगवद_गीता_उपदेश #गीता_श्लोक #भगवान_की_कृपा #श्रीकृष्ण_की_महिमा #भक्ति_मार्ग #कृष्ण_का_संदेश #विराट_रूप #दिव्य_दर्शन #मोक्ष_मार्ग📖 अब इस श्लोक को पढ़ें, चिंतन करें और श्रीकृष्ण की भक्ति में मग्न हों। 🙏✨🚀 अगर आपको यह पसंद आया हो, तो वीडियो/ऑडियो बनाकर इसे साझा करें! 🚩🏷 Tags (SEO Keywords for YouTube):cssCopyEditShri Bhagavad Gita, Bhagavad Gita Chapter 11, Bhagavad Gita Verse 53, Bhagavad Gita Hindi, श्रीमद्भगवद्गीता, Shrimad Bhagavad Gita, Gita Saar, Krishna Updesh, Mahabharat Gita, ...
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    1 min
  • "श्री भगवद गीता | केवल भक्ति से ही भगवान का साक्षात्कार संभव | अध्याय 11 श्लोक 54 | Bhagavad Gita Chapter 11 Verse 54"
    May 15 2025
    📜 Description:"॥ श्री भगवद गीता - अध्याय 11, श्लोक 54 ॥"🔹 संस्कृत श्लोक:श्रीभगवानुवाच |"भक्त्या त्वनन्यया शक्य अहमेवंविधोऽर्जुन |ज्ञातुं द्रष्टुं च तत्त्वेन प्रवेष्टुं च परन्तप || 54||"🔹 श्लोक अर्थ:भगवान श्रीकृष्ण ने कहा:"हे अर्जुन! केवल अनन्य भक्ति के द्वारा ही मैं इस स्वरूप में जाना, प्रत्यक्ष देखा और तत्वतः प्राप्त किया जा सकता हूँ।"🔹 व्याख्या:इस श्लोक में श्रीकृष्ण भक्ति योग के महत्व को स्पष्ट करते हैं।भगवान श्रीकृष्ण कहते हैं कि केवल अनन्य भक्ति के माध्यम से ही व्यक्ति उन्हें जान सकता है, देख सकता है और उनके दिव्य धाम में प्रवेश कर सकता है।ज्ञान, तपस्या, यज्ञ, दान आदि के माध्यम से भगवान को प्राप्त करना कठिन है, लेकिन सच्ची भक्ति से भगवान सहज ही मिल जाते हैं।यह श्लोक हमें सिखाता है कि ईश्वर की कृपा पाने के लिए मन, वचन और कर्म से पूर्ण समर्पण आवश्यक है।📌 महत्वपूर्ण संदेश:✅ ईश्वर को पाने के लिए केवल अनन्य भक्ति आवश्यक है।✅ सच्ची भक्ति से भगवान को तत्वतः जाना और प्रत्यक्ष देखा जा सकता है।✅ जो सच्चे हृदय से भगवान की शरण में आता है, वही उनके धाम में प्रवेश कर सकता है।✅ श्रीकृष्ण को केवल श्रद्धा और प्रेम से ही प्राप्त किया जा सकता है, न कि केवल ज्ञान और कर्म से।🌿 "भगवान को पाना है तो संपूर्ण श्रद्धा और प्रेम से उनकी भक्ति करें!"📿 "हरे कृष्ण हरे राम" का जप करें और अपने मन को शुद्ध करें।🔔 चैनल को सब्सक्राइब करें और बेल आइकन दबाएं ताकि आपको और भी आध्यात्मिक वीडियो मिलते रहें।🌸 "ॐ नमो भगवते वासुदेवाय।"#ShriBhagavadGita #BhagavadGita #GitaShlok #ShriKrishna #KrishnaBhakti #Spirituality #BhagavadGitaQuotes #HinduScriptures #GitaSaar #VishwaroopDarshan #Mahabharata #KrishnaConsciousness #Hinduism #सनातनधर्म #श्रीभगवद्गीता #गीता_सार #भगवान_श्रीकृष्ण #भगवद_गीता_उपदेश #गीता_श्लोक #भगवान_की_कृपा #श्रीकृष्ण_की_महिमा #भक्ति_मार्ग #कृष्ण_का_संदेश #दिव्य_दर्शन #मोक्ष_मार्ग📖 अब इस श्लोक को पढ़ें, चिंतन करें और श्रीकृष्ण की भक्ति में मग्न हों। 🙏✨🚀 अगर आपको यह पसंद आया हो, तो वीडियो/ऑडियो बनाकर इसे साझा करें! 🚩🏷 Tags (SEO Keywords for YouTube):cssCopyEditShri Bhagavad Gita, Bhagavad Gita Chapter 11, Bhagavad Gita Verse 54, Bhagavad Gita Hindi, श्रीमद्भगवद्गीता, Shrimad Bhagavad Gita, Gita Saar, Krishna Updesh, Mahabharat Gita, Hindu Spirituality, Krishna Quotes, Krishna Bhakti, Krishna Bhagwan, Hinduism, Bhagavad Gita Explained, Gita Shlok, Gita Chanting, Vishwaroop Darshan, Bhagavad Gita Teachings, Krishna Leela, Spiritual Awakening, Hindu Scriptures, गीता सार, भगवद गीता श्लोक, भगवान श्रीकृष्ण, गीता व्याख्या, ...
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